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वैष्णो देवी मंदिर | Vaishno Devi Temple

जानें वैष्णो देवी मंदिर के इतिहास, स्थान, महत्व और यात्रा करने के लिए कैसे आप इस तीर्थ स्थल कैसे पहुंच सकते हैं


Learn about Vaishno Devi temple's history, location, importance, and how to reach it easily.


वैष्णो देवी के सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न | Most asked question about Vaishno devi


प्रश्न 1: वैष्णो देवी मंदिर कहाँ स्थित है?


वैष्णो देवी मंदिर जम्मू और कश्मीर राज्य के रीवाड़ जिले में स्थित है। मंदिर वैष्णो देवी की भक्ति के लिए जाना जाने वाला एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जिसे हिमालय के शिखरों में स्थित माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए हजारों भक्त दिन-रात यात्रा करते हैं।


मंदिर के पास स्थित शहर कटरा है, जो जम्मू शहर से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर है।


प्रश्न 2: वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास क्या है?


वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और इसका जिक्र पुराणों में भी मिलता है। इस मंदिर का निर्माण माता वैष्णवी की कथा से जुड़ा हुआ है। यह माना जाता है कि माता वैष्णवी ने स्वयं इस स्थान पर धर्म का प्रचार किया था और अपने भक्तों को इस स्थान पर आशीर्वाद दिया था। अन्य एक कथा के अनुसार, इस स्थान पर माता वैष्णवी का मंदिर बनने से पहले, देवी ने इस स्थान पर तपस्या की थी और यहां से उन्होंने दुनिया को अपने वरदान दिए थे। वैष्णो देवी मंदिर का निर्माण स्थानीय लोगों द्वारा सन् 700 ईसा पूर्व के आस-पास किया गया था।


प्रश्न 3: वैष्णो देवी मंदिर की चढ़ाई कितनी है?


उत्तर: वैष्णो देवी मंदिर की चढ़ाई लगभग 12 किलोमीटर है जो कि तीन अलग-अलग ठान्डियों से मिलकर बनी हुई हैं। श्रद्धालुओं को मंदिर तक पैदल जाने के लिए पूरे मार्ग में सीढ़ियां बनाई गई हैं और इसके अलावा बैटरी ऑपरेटेड कार और हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।


प्रश्न 4: वैष्णो देवी मंदिर कब खुलेगा?


उत्तर: वैष्णो देवी मंदिर प्रतिदिन सुबह 6 बजे खुलता है और रात्रि को 8 बजे बंद होता है। इसके अलावा कोविड-19 महामारी के कारण, आधिकारिक अधिसूचनाओं के अनुसार मंदिर के खुलने और बंद होने का समय बदलता रहता है। इसलिए आपको यदि मंदिर जाने की योजना है तो आपको आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित अधिकारिक विभाग से जानकारी लेनी चाहिए।


प्रश्न 5: वैष्णो देवी मंदिर का तापमान क्या है?


उत्तर: वैष्णो देवी मंदिर का तापमान वर्षा ऋतु में 15°C से 25°C तथा सर्दियों में -5°C से 15°C तक होता है।


प्रश्न 6: वैष्णो देवी मंदिर कब जाना चाहिए?


उत्तर: वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए ज्यादातर लोग फरवरी से जून तक के महीनों में जाते हैं क्योंकि यह समय सबसे ठंडा नहीं होता है। इसके अलावा, श्रद्धालु आरामदायक होटल और लोकल वाहनों की सुविधा के लिए आसानी से बुकिंग कर सकते हैं।


प्रश्न 7: वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर बुकिंग कब और कैसे करें?


उत्तर: वैष्णो देवी हेलीकॉप्टर बुकिंग के लिए फेयर, समय और स्थान बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। हेलीकॉप्टर फ्लाइट कत्रा से संजीचट जाने में लगभग 8 मिनट लगते हैं और एक फ्लाइट में 5-6 यात्रियों को अनुमति होती है। एक तरफ का किराया कत्रा से संजीचट या संजीचट से कत्रा के लिए रु. 1830/- है और कत्रा-संजीचट-कत्रा के लिए रु. 3660/- है। हेलिपैड उधमपुर रोड पर बस स्टैंड कत्रा से लगभग 2 किमी की दूरी पर है। संजीचट हेलिपैड से वैष्णोदेवी भवन लगभग 2.5 किमी की दूरी पर है। ऑनलाइन हेलीकॉप्टर टिकट श्राइन बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से बुक किए जाते हैं और ऑनलाइन ही कैंसल किए जाते हैं। टिकट कैंसल करने का अंतिम दिन निश्चित दिन से दो दिन पहले तक हो सकता है। 70% भुगतान यात्रियों को वापस कर दिया जाता है। बची हुई 30% श्राइन बोर्ड की प्रोसेसिंग फीस के रूप में होती है।


प्रश्न 8: वैष्णो देवी बैटरी कार बुकिंग कब और कैसे करें?


उत्तर: वैष्णो देवी बैटरी कार बुकिंग करने के लिए, आपको श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा। रजिस्ट्रेशन करने के बाद, आप अपने यूजरनेम और पासवर्ड के साथ ऑनलाइन बैटरी कार बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग के लिए आपको एडकुवारी से भवन या भवन से एडकुवारी की रूट, यात्रियों की संख्या और आरक्षण तिथि दर्ज करनी होगी। बैटरी कार की समय सीमा सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक होती है। बेसिक किराया रूपये 200/- या रूपये 300/- प्रति यात्री निर्धारित होता है, जो रूट के आधार पर भिन्न होता है।




1. इतिहास / History:


वैष्णो देवी जी हिमालय की एक पर्वतीय पर्यटन स्थल है, जो भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में स्थित है। इस स्थान पर स्थित मंदिर माता वैष्णवी के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, जो भारत में लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।


वैष्णो देवी मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है और इसके बारे में कुछ मान्यताओं के अनुसार देवी सन् 700 ईसा पूर्व में यहां प्रकट हुई थीं। यह मान्यता है कि माता वैष्णवी ने श्रीअंग राजा ने उन्हें शरण दी थी।


वैष्णो देवी का इतिहास कहता है कि माता वैष्णो ने एक महाराजा को वर दिया था जो एक असंतुष्ट राक्षस था। इससे राक्षस का वध करने के लिए माता वैष्णो ने एक भक्त को अपने साथ ले जाने का फैसला किया और उन्हें अपने प्रतीक त्रिकुट पर्वत पर बुलाया। यहां पर उन्होंने राक्षस का वध किया था। उस वक्त से, वहां माता वैष्णो के मंदिर का निर्माण हुआ।


कुछ लोगों के अनुसार, माँ वैष्णो देवी की उपासना जम्मू के एक ब्राह्मण ने शुरू की थी। वह नारायण दत्त नामक ब्राह्मण थे और उन्होंने स्वयं को नारायण के समान दावा करते हुए बताया था कि वे माँ वैष्णो देवी की उपासना करते हैं। उन्होंने बताया था कि माँ वैष्णो देवी सबसे शक्तिशाली देवी हैं और उन्हें पूजने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।


2. स्थान / Location:


वैष्णो देवी मंदिर जम्मू-कश्मीर के त्रिकूट पर्वतीय राज्य में स्थित है। मंदिर को दर्शन के लिए त्रिकूट पर्वत पर जाना होता है। मंदिर के पास के रेलवे स्टेशन जम्मू टवी रेलवे स्टेशन है और निकटतम हवाई उड़ानभर्ती केंद्र जम्मू एयरपोर्ट है।


मंदिर ऊंचाई में लगभग 5,200 फुट (1,585 मीटर) पर स्थित है और वहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को भगवान वैष्णो देवी के मंदिर तक उत्तराखंड के कई शहरों से यात्रा करनी होती है।


वैष्णो देवी मंदिर जम्मू कश्मीर के कटरा से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर को पहुंचने के लिए प्रवासीयों को पहले कटरा पहुंचना होता है। कटरा स्थान से आप टैक्सी, बस या पैदल चल कर मंदिर तक पहुंच सकते हैं। इसके लिए ज्यादातर लोग पैदल चलते हुए जाते हैं, जो कि लगभग 12 किलोमीटर तक होता है।



3. महत्व / Importance & Significance:


मान्यताओं के अनुसार, देवी वैष्णो ने अपने अनुयायियों को सुख, समृद्धि और संतुष्टि का आशीर्वाद देने के लिए यहां अपना आश्रय लिया था। मंदिर के भक्तों का मानना है कि यहां जाने से उन्हें देवी वैष्णो का आशीर्वाद मिलता है जो उनके जीवन को समृद्धि से भर देता है।


इस मंदिर में अनेक पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। यहां जाने वाले श्रद्धालुओं को उन्हीं कथाओं से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण तरीका होता है।


यह मंदिर हिंदू धर्म के तीन प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है, जो श्रद्धालुओं की संख्या में दूसरे स्थान पर है। लगभग 1.2 करोड़ भक्त इस मंदिर की यात्रा करते हैं हर साल। मां वैष्णो देवी मंदिर में पूजाओं के साथ-साथ दुर्लभ प्राकृतिक चमत्कारों का भी अनुभव किया जा सकता है, जो इस मंदिर को और अधिक महत्वपूर्ण बनाते हैं।


4. कैसे पहुंच सकते हैं / How to reach:


वैष्णो देवी जी मंदिर को पहुँचने के लिए कई सुविधाएं हैं। यहाँ निम्नलिखित तीन मुख्य सुविधाओं के बारे में बताया गया है:


  1. हवाई मार्ग - जम्मू शहर में स्थित सतवारी हवाई अड्डे से वैष्णो देवी के निकट स्थित कातरा हवाई अड्डे तक फ्लाइट से पहुंचा जा सकता है। यहां से, मंदिर के लिए बस सेवा उपलब्ध है।

  2. रेल मार्ग - जम्मू टवी एक्सप्रेस, श्री शक्ति एक्सप्रेस और हिमगिरि एक्सप्रेस जैसी अनेक ट्रेनें देश के कई शहरों से जम्मू तक जाती हैं। जम्मू से वैष्णो देवी मंदिर तक कई बस सेवाएं उपलब्ध हैं।

  3. सड़क मार्ग - वैष्णो देवी मंदिर जम्मू से 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जम्मू से मंदिर तक बस, कार या टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।

ध्यान दें कि मंदिर जाने से पहले यात्रियों को यात्रा की तारीख से कम से कम 60 दिन पहले ऑनलाइन दर्शन टिकट बुक करना आवश्यक होता है।


सबसे आसान तरीका दिल्ली से होता है। नई दिल्ली से कई ट्रेनें वैष्णो देवी के निकट स्थित कटरा जाती हैं। आप कटरा तक ट्रेन से जाकर या तो उत्तर प्रदेश या जम्मू और कश्मीर के कई शहरों से बस या टैक्सी से भी पहुंच सकते हैं।

कटरा से आप वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आवश्यक परमिशन प्राप्त कर सकते हैं।


दर्शन के लिए आप पैदल यात्रा भी कर सकते हैं, जो लगभग 13 किलोमीटर लंबी है। इसके अलावा, हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं जो कटरा से सीधे सन्दर्भ स्थल वैष्णो देवी तक जाती हैं।

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